Shimla, Sanju –सेना प्रशिक्षण कमान (ARTRAC) शिमला ने रविवार को अपना 35वां स्थापना दिवस मनाया। इस अवसर पर उत्कृष्ट सेवाओं के लिए 18 जवानों को जीओसी-इन-सी प्रशंसा प्रमाणपत्र और तीन प्रशिक्षण प्रतिष्ठानों को वर्ष 2024-25 के लिए वित्तीय उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया गया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, लेफ्टिनेंट जनरल देवेंद्र शर्मा (पीवीएसएम, एवीएसएम, एसएम) ने सभी को पुरस्कार प्रदान किए और ARTRAC के 35 वर्ष पूरे होने पर बधाई दी।
लेफ्टिनेंट जनरल शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि भारत विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेना के तीनों विंग्स को एकजुटता, आत्मनिर्भरता और नवाचार पर फोकस करने का आह्वान किया है। उन्होंने बताया कि ARTRAC ‘परिवर्तन का दशक’ और ‘तकनीकी आत्मसात का वर्ष’ पहल के अनुरूप कार्य कर रहा है तथा 2030 तक अपने पाठ्यक्रम में 34 नई तकनीकों को शामिल करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है.
इस मौके पर समकालीन और भविष्य की युद्ध प्रणाली पर आधारित ARTRAC की वार्षिक पेशेवर पत्रिका ‘पिनैकल’ के 24वें संस्करण का विमोचन भी किया गया।गौरतलब है कि ARTRAC की स्थापना 1 अक्टूबर 1991 को महू में की गई थी, जिसका उद्देश्य आधुनिक युद्ध और प्रशिक्षण को केंद्रित करते हुए एक केंद्रीय एजेंसी का निर्माण करना था। 31 मार्च 1993 को शिमला स्थानांतरित होने के बाद से इसकी भूमिका और दायरा काफी बढ़ चुका है। आज यह देशभर में फैले 34 श्रेणी ‘ए’ प्रशिक्षण प्रतिष्ठानों को उच्चतम मानकों के लिए मार्गदर्शन प्रदान कर रहा है।