Shimla, 9 October -शिमला में आज महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल हुई। ‘महिला स्वराज’ कार्यक्रम की शुरुआत कांग्रेस कार्यालय से हुई, जिसका उद्देश्य महिलाओं को राजनीति में प्रतीक नहीं बल्कि निर्णय लेने वाली शक्ति बनाना है। इस अवसर पर सांसद विक्रमादित्य सिंह, हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष छत्तर सिंह और अखिल भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी शेष नारायण ओझा उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में महिला नेताओं को पंचायत से लेकर राज्यस्तरीय राजनीति तक निर्णय प्रक्रिया में समान भागीदारी देने का संकल्प लिया गया। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि लोकतंत्र तभी सशक्त होगा जब इसकी आधी आबादी निर्णय प्रक्रिया में बराबरी से शामिल होगी।शिमला की वादियों में आज ‘महिला स्वराज’ का स्वर गूंजा। शक्ति अभियान (इंडियन यूथ कांग्रेस) की यह पहल हिमाचल प्रदेश की राजनीति में महिलाओं की सक्रिय और निर्णायक भागीदारी को बढ़ावा देगी। इस अभियान का उद्देश्य केवल प्रतिनिधित्व नहीं, बल्कि महिलाओं की निर्णायक उपस्थिति को सशक्त करना है।शक्ति अभियान भारतीय युवा कांग्रेस की परिवर्तनकारी पहल है, जो महिलाओं के राजनीतिक सशक्तिकरण, समान प्रतिनिधित्व और नेतृत्व विकास पर केंद्रित है। “Empower. Educate. Lead.” के सिद्धांत पर आधारित इस पहल का लक्ष्य है कि हर महिला अपने हक़ और आवाज़ के साथ राजनीति की मुख्यधारा में शामिल हो सके।
अखिल भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी शेष नारायण ओझा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस की यह पहली कार्यकारी बैठक है। बैठक में पिछले कार्यों की समीक्षा के साथ आने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की गई। महिला स्वराज के तहत आने वाले महीनों में हिमाचल के विभिन्न जिलों और पंचायतों में महिला नेतृत्व कार्यशालाएं, प्रशिक्षण सत्र और संवाद कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसका उद्देश्य हर महिला को राजनीति में निर्णायक भूमिका निभाने का अवसर देना है।