Shimla, 12 September – शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने शुक्रवार को जुब्बल-कोटखाई विधानसभा क्षेत्र की उप-तहसील टिक्कर का दौरा किया और भारी बारिश से क्षतिग्रस्त सड़कों व अन्य आधारभूत ढांचे का निरीक्षण किया। इस मौके पर उन्होंने नावर क्षेत्र की विभिन्न पंचायतों से आए ग्रामीणों से मुलाक़ात की और आपदा से हुए जान-माल के नुकसान पर संवेदना व्यक्त करते हुए हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
मंत्री ने बताया कि इस बार मानसून में सामान्य से कहीं अधिक वर्षा हुई, जिससे हिमाचल समेत पूरे उत्तरी भारत को बाढ़ और भूस्खलन जैसी आपदाओं का सामना करना पड़ा है। पिछले दो दिनों से वे अपने क्षेत्र का दौरा कर सड़कों, बिजली और पेयजल योजनाओं के नुकसान का आकलन कर रहे हैं।
नावर क्षेत्र की 37 में से 36 सड़कें बहाल
ठाकुर ने जानकारी दी कि टिक्कर उपमंडल में बाधित 37 सड़कों में से 36 को खोल दिया गया है, शेष एक सड़क भी आज बहाल कर दी जाएगी। आपदा में 51 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं, 71 सुरक्षा दीवारें ढह गई हैं, जबकि 3 गौशालाएं, 2 मजदूर आवास, 2 दुकानें और करीब 900 सेब के पौधे नष्ट हुए हैं। प्रभावित परिवारों को नियमानुसार राहत दी जा रही है और बिजली व पेयजल आपूर्ति सामान्य है।
सेब का विपणन प्राथमिकता
मंत्री ने कहा कि मौजूदा परिस्थिति में उनकी पहली प्राथमिकता बागवानों की सेब की फसल को सुरक्षित मंडियों तक पहुंचाना है। “मंडी मध्यस्ता योजना” के तहत उप-तहसील टिक्कर में 16 केंद्र सक्रिय हैं। अब तक 1 करोड़ 60 लाख पेटियां सेब मंडियों में पहुंच चुकी हैं और करीब 60 प्रतिशत सीज़न पूरा हो चुका है।
आपदा राहत राशि में संशोधन
उन्होंने बताया कि प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए प्रदेश सरकार ने राहत राशि बढ़ाई है। पूरी तरह क्षतिग्रस्त घर पर 7 लाख, आंशिक क्षति पर 1 लाख, दुकान/ढाबे पर 1 लाख, किरायेदारों के सामान पर 50 हजार, जबकि बड़े दुधारू पशुओं की हानि पर 55 हजार रुपये सहायता दी जाएगी। कृषि और बागवानी भूमि के नुकसान पर भी मुआवज़ा निर्धारित किया गया है।मंत्री ने कहा कि वे राहत एवं पुनर्वास कार्यों की नियमित समीक्षा कर रहे हैं और जल्द ही पुनः दौरा करेंगे।
देवता गोलिनाग मंदिर में शीश नवाया
दौरे के दौरान ठाकुर ने पुजारली-3 स्थित देवता गोलिनाग मंदिर में शीश नवाकर क्षेत्रवासियों की सुख-समृद्धि की कामना भी की। इस अवसर पर एसडीएम रोहड़ू, डीएसपी रोहड़ू, नायब तहसीलदार टिक्कर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।