शिमला | बीते दिन शिमला शहर के होटल हॉलिडे होम के पास हुई निजी बस दुर्घटना के बाद परिवहन विभाग सतर्क हो गया है। घटना के एक दिन बाद शुक्रवार को आरटीओ शिमला की टीम ने टोलैंड क्षेत्र में विशेष नाका लगाकर शहर में चल रही निजी बसों की सघन चेकिंग की। इस दौरान बसों के प्रदूषण प्रमाणपत्र, बीमा दस्तावेज और फिटनेस सर्टिफिकेट की जांच की गई।
जिन बसों के दस्तावेज अधूरे या अमान्य पाए गए, उनके मौके पर ही चालान काटे गए। आरटीओ शिमला अनिल शर्मा ने बताया कि विभाग का मुख्य उद्देश्य है कि शहर की सड़कों पर चलने वाली सभी बसें तकनीकी रूप से सुरक्षित हों, ताकि यात्रियों को किसी भी प्रकार का खतरा न हो।
उन्होंने बताया कि हाल ही में हुई बस दुर्घटना की जांच में तकनीकी खराबी और चालक की लापरवाही सामने आई है। ऐसे में सभी निजी बसों की फिटनेस की गहन जांच की जा रही है। इसके साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि चालक ओवरटाइम ड्यूटी तो नहीं कर रहे, क्योंकि यह भी दुर्घटनाओं की एक प्रमुख वजह बनता है।
आरटीओ ने कहा कि आगामी दिनों में भी इसी तरह के औचक निरीक्षण जारी रहेंगे। बस चालकों और परिचालकों के लिए दस दिनों के भीतर एक विशेष आई चेकअप कैंप भी आयोजित किया जाएगा, ताकि उनकी दृष्टि और स्वास्थ्य की स्थिति का भी मूल्यांकन हो सके। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सभी बस चालकों और परिचालकों के लिए वर्दी पहनना और यात्रियों को टिकट देना अनिवार्य है। परिवहन विभाग का यह कदम यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और भविष्य में हादसों को रोकने की दिशा में एक सख्त और जरूरी पहल माना जा रहा है।