Dharamshala, Rahul (TSN)-भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जनपद में स्वास्थ्य विभाग ने भी खुद को हर आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए तैयार कर लिया है। जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश गुलेरी ने अपने अधीनस्थ अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने के स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
डॉ. गुलेरी ने कहा कि धर्मशाला और कांगड़ा क्षेत्र सिस्मिक ज़ोन-5 में आता है, जहां किसी भी आपदा या संकट से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग को हमेशा तैयार रहना पड़ता है। उन्होंने बताया कि यदि भविष्य में किसी भी तरह की आपात स्थिति उत्पन्न होती है, तो विभाग अपनी पूर्व-निर्धारित रणनीति को तुरंत प्रभाव से लागू करेगा और उसकी निगरानी स्वयं वे मौके पर जाकर करेंगे।
डॉ. राजेश गुलेरी ने कहा,
“फिलहाल कोई आपात स्थिति नहीं है, लेकिन विभाग की पूरी टीम को अलर्ट पर रखा गया है। स्वास्थ्य सेवाओं की निरंतर निगरानी की जा रही है ताकि किसी भी संकट के समय त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया दी जा सके।”